जय सिया राम बोलो जय सिया राम
जय सिया, राम बोलो, जय सियाराम,
जय सिया, राम बोलो, जय सियाराम ॥
कोई पूछे तो, हनुमत कैसा है,
कानन कुण्डल, कुंचित केशा है ।
राम की धुन में, ऐसे नाचे हैं,
हाथ बज्र और, ध्वजा विराजे हैं ॥
श्री राम के, इस नाम से ।
तूँ अपनी प्रीत लगाए जा ।
हनुमान को, यूँ ही रिझाए जा,
जय सिया, राम बोलो, जय...
हर मुश्किल में, जिसने थामा है,
राम दूत, अतुलित बल धामा है ।
ओ हर मुश्किल में, मेरा संगी है,
महाँ वीर, विक्रम बजरंगी है ॥
हर दुष्ट को, हर कष्ट को ।
जीवन से, दूर भगाएगा ।
जो राम का, नाम गाएगा,
जय सिया, राम बोलो, जय...
चिंता फिकर अब, किसको करना जी,
तुम रक्षक, काहू को डरना जी ।
इतना सा, अरमान है मेरा जी,
कीजे नाथ, ह्रदय में डेरा जी ।
इस बात पर, विश्वास कर ।
मेरी भी, बात तूँ, मान ले ।
ये मूल मंत्र, पहचान ले,
जय सिया, राम बोलो, जय...
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल