दाती तेरे चरणों का में हूं दीवाना
दर्शन दे दो मईया, करो न बहाना,
भवन पे तेरे मैंने ज्योति है जगाई
जोत जगाके मैंने आस यह लगाई।
देगी माँ चरणों में मुझको ठिकाना,
दाती तेरे….
तेरे दर्श को माँ अखियाँ ये तरसे,
तेरी जुदाई में ये रिम-झिम बरसे,
मुझको भी तारों मां, करो न बहाना,
दाती तेरे….
जो भी मां तेरे, दर पे है आया,
तुमने मां उसको, अपना बनाया,
तेरे दर्श को मां, तरसे ये नयना,
दाती तेरे….
सारे जग की मां तू है रखवाली,
तुम ही मां सबकी पालन हारी,
अपनी रहमत का माँ खोलो खजाना,
दाती तेरे….