मेरे श्याम तुझसे मिला है ज़िन्दगी का गुजारा मुझे,
तूने दिया बन कर के साथी हर कदम पर सहारा मुझे,
जब जब मेरी आंखे नीर बहाती थी,
तब तब मुझको याद तुम्हारी आती थी,
जबसे मैंने तुझसे नैन मिलाये है,
तब से इन आँखों में ना अनसु आये है,
तेरी नजर में नज़र आयाखुबसूरत नजारा मुझे,
तेरा दर ये मुझको मिला तेरा शुकरिया शुकरिया
दर ये छुटे ना बाबा प्रेम का धागा टूटे ना,
जब से तेरे भाव जगे है सीने में,
तबसे नया अंदाज आया जीने में,
किस्मत से हम रोज शिकायत करते थे,
हर पल हम तो घुट घुट के ही मरते थे,
तूने दिया खुशियों से भरकर जीवन ये दोबरा मुझे,
जबसे मैंने शरण तुम्हारी पाई है,
चेहरे से तबसे रोनक मेरे आई है,
मैंने जबसे महिमा तेरी गई है,
सोनू ने तबसे पहचान बनाई है,
इस कांच को॥
तूने तराशा और बनाया सितारा
मेरे श्याम तुझसे मिला है ज़िन्दगी का गुजारा मुझे