दुःख में ख़ुशी में सदा एहसास ये होता है,
वो मुरली वाला ही सदा मेरे साथ होता है,
वो खाटू वाला ही सदा मेरे साथ होता है,
जब भी भरोसा मेरा डोलता है धीरज बंधाये मुझे,
जब भी मेरे ये कदम लडखडाये गोद में उठाये मुझे,
क्या से क्या करता है ये मेरे वास्ते,
वो मुरली वाला ही सदा...
दुःख की हो घड़ियाँ या खुशियों की लढ़िया रहता सदा संग है,
जीवन में मेरे अनेको तरह के इसने भरे रंग है,
क्या से क्या करता है ये मेरे वास्ते,
वो मुरली वाला ही सदा......
इतनी किरपा है कन्हिया के मुझपे खुशिया कदम चूमती,
जी भर के मुझपे ये प्यार लुटता दुनिया भी अब पूछती,
क्या से क्या करता है ये अब मेरे वास्ते,
वो मुरली वाला ही सदा