मैया री मैया एक खिलौना छोटा सा दिलवा दे,
चाबी भर के छोड़ू तो वो एक ही रटन लगा दे,
वो बोले श्याम श्याम, राधे श्याम श्याम....
मैया री मैया एक खिलौना।
मोर मुकुट हो प्यारा प्यारा, मेरे मन बस जाए,
जो धुन मुरली की सुन ले वो मस्ती में खो जाए,
पग में पायल छम छम बाजे, सबको नाच नचा दे,
चाबी भर के छोड़ू तो वो एक ही रटन लगा दे,
वो बोले श्याम श्याम, राधे श्याम श्याम....
मैया री मैया एक खिलौना।
नैनों से हो अमृत वर्षा, मंद मंद मुस्काये,
ठुमक ठुमक जब चाल चले, मन मतवाला हो जाये,
एक बूंद उस अमृत रस की मैया मुझे पीला दे,
चाबी भर के छोड़ू तो वो एक ही रटन लगा दे,
वो बोले श्याम श्याम, राधे श्याम श्याम....
मैया री मैया एक खिलौना।