आया लिफाफा मैया का इसी ख़ुशी में नाचन दे,
बिन बछड़े के तरसे गैया ऐसे ही बचो बिन मैया,
मैया पार लगाए है नैया इसी ख़ुशी में नाचन दे,
हल्कारेने घंटी बजाई वो बोलै तेरी चिठ्ठी आई,
लिखने वाली है माह माई इसी ख़ुशी में नाचन दे,
माँ ने मुझको भवन भूल्या मैं भी पहला नहीं समाया,
करि मुझपर अंचल की छाया इसी ख़ुशी में नाचन दे,
मुझे वैष्णो देवी जाना जा कर माँ को छतर चढ़ना,
है बड़ा पुअरना ये रिश्ता इसी ख़ुशी में नाचन दे,