देखी है तेरी सांवरी सूरत जब से,
दीवाने हुए है मस्ताने हुए है,
हम तेरे कब से ,
देखी है तेरी सांवरी सूरत....
तेरी याद में हर अक्ष बहा है,
गमे जुदाई कितना सहा है,
मेरे सँवारे यही कहा है इस दुनिया में सबसे,
देखी है तेरी सांवरी सूरत...
बदले दिन है बदली राते, तेरी इबादत मेरी सौगाते,
आँखों से आंखे कर गई बाते,
ख़ामोशी बरसे लव से,
देखी है तेरी सांवरी सूरत.....
तिर्शी नज़रियाँ कर गई घायल हम तो हो गए तेरे कायल,
आज अनोखा कर गया तू छल हे आते जाते कबसे,
देखी है तेरी सांवरी सूरत........
कृष्ण रसियां ओ वनवारी जाऊ टोपे बारी बारी,
दूर ना जाना बांके बिहारी मांगी दुआ यही रब से,
देखी है तेरी सांवरी सूरत.....