पहली ही बार में रिश्ता मुझसे ऐसा बना लिया,
हर ग्यारस खाटू आने का आदी बना दिया,
देखि जो मोहनी मूरत तेरी प्यारी प्यारी सूरत,
आखियो में तुहि समाया तुझे दिल में अपने बसाया,
ये कैसा जादू सँवारे तूने मुझपे चला दिया,
हर ग्यारस खाटू आने का आदी बना दिया,
कहने को सभी है अपने पर अपने नजर नाआये,
यहाँ मिलते है तेरे प्रेमी जो अपना पण दिखलाये,,
यहाँ प्यार मिला परिवार मिला करू तेरा शुक्रियां,
हर ग्यारस खाटू आने का आदी बना दिया,
घुमा मैंने जग सारा मेरे मन ने यही विचार,
तेरे खाटू से बेहतर न देखा कोई नजारा,
लगे स्वर्ग सी नगरी खाटू कहता कुंदन सावरिया,
हर ग्यारस खाटू आने का आदी बना दिया,