शिरडी के सरकार जग मग जग मग करता है हर पल तेरा दरबार,
हर रास्ता तेरे रस्ते से मिल जाये,
कांटे सारे फूल बने और खिल जाये,
कदम कदम पर होते है यहाँ तेरे चमत्कार,
शिरडी के सरकार.......
जिस दिल में हर पल तेरा एहसास रहे दूर है तू उसके ही पास रहे,
खाली झोली में तू लगाये खुशियों का अम्बार,
शिरडी के सरकार.........
जबसे तेरे पाँव पड़े इस धरती पर,
स्वर्ग के जैसा पावन हो गया ये शिरडी नगर,
गली गली में बहती है तेरी महिमा की धार,
शिरडी के सरकार.....