साई राम जी तेरे चरणों में जन्नत का नजारा देख लिया,
सब भूल गये दर दुनिया के तेरा ऐसा द्वारा देख लिया,
साई राम जी तेरे चरणों में जन्नत का नजारा देख लिया,
तेरे रहमो करमो पे दुनिया टिकी,
तू बदल सकता है रब की लिखी ,
तेरी शिरडी में साई बरस रहा मैंने नूर निराला देख लिया,
साई राम जी तेरे चरणों में जन्नत का नजारा देख लिया,
तेरा जिसको साई दीदार हुआ,
जिन्दी का पल में सुधार हुआ,
हर मुश्किल घड़ी हुआ नजरे करम ऐसा मुखड़ा प्यारा देख लिया,
साई राम जी तेरे चरणों में जन्नत का नजारा देख लिया,
तुमसे क्या है छुपा तेरी आंखे है जाने सबका तो हाले दिल पलवल दीदार,
रीत बलिहारी को है जरुरत तेरी जग अमित ने सारा देख लिया,
साई राम जी तेरे चरणों में जन्नत का नजारा देख लिया,