सांवरे सलोने से जबसे मेरी प्रीत हो गयी,
हारा हुआ था मैं अब तो मेरी जीत हो गई,
फागुन में पहली बार हाथो में निशान ले गया,
उस दिन से सांवरियां हमपे मेहरबाण हो गया,
ज़िंदगी से दूर सारी मेरी तकलीफ हो गई,
हारा हुआ था मैं अब तो मेरी जीत हो गई.....
जिस दिन किया कीर्तन घर में अपनी पहली बार,
श्याम के संग मिला हमको नया परिवार,
भजनो की ये दुनिया मेरी मन मीत हो गई,
हारा हुआ था मैं अब तो मेरी जीत हो गई...
जिस दिन से भजनो को श्याम तेरे गाने लगा,
उस दिन से सपनो में श्याम मेरे आने लगा,
सुर ताल से सज के ज़िंदगी संगीत हो गई,
हारा हुआ था मैं अब तो मेरी जीत हो गई,