कर न सका मैं तेरी पूजा किस्मत ही कुछ ऐसी थी,
जीती भाजी हार गया मैं कीमत ही कुछ ऐसी थी,
अपनी अपनी किस्मत है ये फूल किसी को खार मिले,
मुझको मिला जो दर तेरे से नेहमत ही कुछ ऐसी ही थी,
जीती भाजी हार गया मैं ....
दिल बहलाने को गम मिल गए है,
आंसू रोज बहाने को,
बहते आंसू काम ना आये,
चाहत ही कुछ ऐसी थी मेरी,
जीती भाजी हार गया मैं......
दम से गए हम दम ओ रंगीले हम दम भी मिल पाए ना,
सागर तट पर टेसी प्यासा नीयत की कुछ ऐसी थी,
जीती भाजी हार गया मैं.......