तेरे नाम की लगी है लगन माता।
हमे कब होंगे तेरे दर्शन माता॥
हाथ जोड़ खड़े, आस लगाए,
खली दामन को फैलाए।
बिगड़े भाग्य हमारे, तुम बिन कौन सवारे,
तेरे ही सहारे जीवन माता ॥
माता हो तुम हम बालक तेरे,
दूर करो माँ मन के अँधेरे।
आए शरण तिहारी, राखिओ लाज हमारी,
उजड़े ना दिल का चमन माता॥
झूठे जग की झूठी माया,
मोह माया में जग भरमाया।
स्वार्थ के सब धंधे, लोभ में डूबे बन्दे,
व्याकुल सब का मन माता॥
अपनी दया से विपदा निवारो,
नैया भवर से पार उतारो।
‘सरल’ यही वर पाए, सदा तेरे गुण गाए,
चरणों में तेरे मगन माता॥