तेरा नाम लेकर कठिन रास्तो से गुजर जायेगे हम,
निकल कर अंधेरो की बस्ती से एक दिन यकीनन उजालो के घर जायगे हम,
तेरा नाम लेकर कठिन रास्तो से गुजर जायेगे हम,
तुहि एक पूजा तू ही एक शरधा तू ही एक ताकत तू ही एक दौलत,
मिले तेरे दर से जो बैठे बिठाये तेरे दर से उठ कर किधर जाये गे हम,
तेरा नाम लेकर कठिन रास्तो से गुजर जायेगे हम,
तेरे असर तेरी हिमत को लेकर तेरे ही सफर पर चले जा रहे है,
तेरी एक नजर मेहरबा बन गई तो समुन्दर में गिर कर उबर जायगे हम,
तेरा नाम लेकर कठिन रास्तो से गुजर जायेगे हम,