जबसे मुझे ये तेरा दरबार मिला है,
प्यार मिला है रे बहुत प्यार मिला है,
नजरो को जबसे तेरा देदार मिला है,
प्यार मिला है रे बहुत प्यार मिला है,
इतना सा साथ ज़िंदगी का फ़साना,
ना कोई मंजिल थी न था ठिकाना,
दर आया जबसे लगता है तब से,
बेघर को घरवार मिला है,
प्यार मिला है रे बहुत प्यार मिला है,
तुम बिन थी ये ज़िंदगी खाली खाली,
बे नूर थी मेरी होली दिवाली,
तुमको पाया तो जीना आया बेचैन दिल को करार मिल है,
प्यार मिला है रे बहुत प्यार मिला है,
दुनिया के रिश्तो में खुशियों को खोजा,
फिर भी न हल्का हुआ गम का भोजा,
तेरी शरण में तेरे भजन में सोनू को जीवन का सार मिला है,
प्यार मिला है रे बहुत प्यार मिला है,