हाल ए दिल अपना किसको सुनाये,
मुझे ये कैसा प्यार हो गया,
बांकी बांकी चाल झूमती अदाएं,
कन्हैया मेरा यार हो गया,
हाल ए दिल .....
सारी दुनिया से निराली जिसकी शान है,
मेरी ज़िंदगी का वोही निगवां है,
जिसको ढूंढ टी सभी की निगाहे,
कैसे ये इकरार हो गया,
हाल ए दिल.....
जबसे देखा है उसे ये दिल खो गया,
श्याम सँवारे के दीवाना मैं हो गया,
जिसको देखे बिना चैन ना आये,
जीना भी दुश्वार हो गया,
हाल ए दिल ......
उसकी बांसुरी सुनाई मुझे दे रही,
झूम जाने को मुझे कह रही,
लेहरी आ जाये क्यों इतना सताए,
क्यों की बेडा पार हो गया,
हाल ए दिल .....