मेरी ज़िन्दगी को सहारा दो बाबा,
भवर में फसा हु किनारा दो बाबा,
मेरी ज़िन्दगी को सहारा दो बाबा......
नानी का भात भरने तू ही था दौड़ा आया,
खेती समबाली धना की कर्मा के भोग पाया,
मुझे भी भरोसा तुम्हारा ओ बाबा,
मेरी ज़िन्दगी को सहारा दो बाबा
पांचो पति के होते बेबस बनी वेचारी,
आजा ओ कन्हैया वो द्रोपती पुकारी,
बचा लो बचा लो पुकारा ओ बाबा,
मेरी ज़िन्दगी को सहारा दो बाबा,
दुनिया भटक भटक केर मैं तेरे दर पे आया,
खुशियों से भर दे दामन न हो गमो का साया,
ना मंजिल है लेहरी इशारा दो बाबा,
मेरी ज़िन्दगी को सहारा दो बाबा