ये माना बालाजी दिलदार तुम हो,
मगर दिल लुटाने में हम कम नहीं है,
तुमसे ही लेकर तुम पे लुटाये,
मगर दिल लुटाने में हम कम नहीं है,
हमारी कहानी तुम्हे क्या सुनाये,
रो रो के हमने दिन है बिताये,
की तेरी कसम हम सच कह रहे है,
तुम्हारे से बढ़ कर कसम ही नहीं है,
ये माना बालाजी .......
तुम को ही चाहा तुम को ही धाया,
खुद भूखे रह कर तुझको खिलाया,
की एक दिन जरा सा भूखे रह के देखो,
कहो गए के हमरे कदम ही नहीं है,
ये माना बालाजी...
ये माना तुम्हरा सब कुछ दिया है,
प्रेम भी हमने तुमसे किया है,
इक बार प्रेम को दर्श दे के देखो,
कहो गए तुम भी कुछकम नहीं होइ,
ये माना बालाजी .....