नौकर रख ले साँवरे, हमको भी एक बार
बस इतनी तन्वखा देना, मेरा सुखी रहे परिवार ।
तेरे काबिल नही हूं बाबा फिर भी काम चला लेना,
जैसा भी हूँ तेरा ही हूँ, गुण अवगुण बिसरा देना,
जो तेरी कृपा होगी, मेरा सुधरेगा संसार,
नौकर रखले साँवरे हमको भी एक बार....
सेठों के तुम सेठ साँवरे, मेरी क्या औकात है,
तेरी सेवा मिल जाये, यह तो किस्मत की बात है,
मानूँगा तेरा कहना, करता हूँ ये इकरार,
नौकर रख ले साँवरे हमको भी एक बार....
थोड़ी सी माया देकर के, हमको न बहलाओ जी,
आज खड़े हैं, सामने तेरे कोई हुक्म सुनाओ जी,
रोमी की इस अर्जी पर प्रभु न करना इन्कार,
नौकर रखले साँवरे हमको भी एक बार....
भजन - नौकर रख ले साँवरे हमको भी एक बार
स्वर - पूज्य श्री अशोक कृष्ण ठाकुर जी