मैं ढूंढ चूका सारा जग पता न कही तेरा मिला.
मैं ढूंढ ढूंढ कर हारा,पता न कही तेरा मिला,
बिन तेरे जेया नहीं जाइ,
सुनी है मेरी मन बगियाँ,
दर दर फिरू मारा मारा जीवन यु बीत चला,
पता न कही तेरा मिला.
मिल भी जा बिन तेरे लागे ना जिया,
हो कान्हा पता न कही तेरा मिला....
दिल तड़पे मिलन को तेरे नैन मेरे रो रो कहे,
अब आ मिल प्राणां प्यारे ना जाम आशिको के पीला,
पता न कही तेरा मिला.....
मिल भी जा बिन तेरे लागे ना जिया,
हो कान्हा पता न कही तेरा मिला....
तेरे प्रेम में पागल हो कर मैं धुंडु तुझे गली गली,
कहे चित्र विचित्र प्राण प्यारे बिरहा की ज्वाला न जला,
पता न कही तेरा मिला.....
मिल भी जा बिन तेरे लागे ना जिया,
हो कान्हा पता न कही तेरा मिला....