एक बार हमसे संवारे नजरे मिलाये,
नज़रे मिला के आप ज़रा मुस्कुराइए,
दिल को तो हमने आप के चरणों में रख दिया,
दुनिया हमारी आप है इतना समज लिया,
तू भी अपना समज के हम को अपना बनाइये,
नज़रे मिला के आप ज़रा मुस्कुराइए,
ये जान कर के आप कही आस पास है,
फिर भी समज न आये ये दिल क्यों उदास है,
अरे आजा गले से अपने हमको लगाइये,
नज़रे मिला के आप ज़रा मुस्कुराइए,
फिर खो न जाये हम कही दुनिया की भीड़ में,
अरे लाती है ऐसे मोड़ पे किस्मत कभी कभी,
ओ मिलती है ज़िंदगी में महोबत कभी कभी,
अरे लाती है ऐसे मोड़ पे किस्मत कभी कभी,
अरे शर्मा के मुँह न फेर नजर के सवाल पर,
आती है जाने मन ये क़यामत कभी कभी,
अरे शर्मा के मुँह न फेर नजर के सवाल पर,
मिलती है पास आने के मोहलत कभी कभी,
अरे लाती है ऐसे मोड़ पे किस्मत कभी कभी,