कन्हैया कन्हैया तू रहता किधर है
कहाँ गोप ग्वाले वो राधा किधर है
कन्हैया कन्हैया.................
वो चलना मचलना वो माखन चुराना
तेरा खूब आँखों से जादू चलाना
जो सबको नचाती थी वो बंसी किधर है
कन्हैया कन्हैया.................
कहाँ नन्द बाबा वो दाऊ कहाँ है
मिला दे वो मैया यशोदा कहाँ है
जहाँ रास खेले था वो मधुबन किधर है
कन्हैया कन्हैया.................
सखा वो सुदामा वो अर्जुन कन्हैया
चला आ तू सामने मैं ले लूँ बलैयां
ना तड़पा रे लेहरी आजा आजा किधर है
कन्हैया कन्हैया.................