बहुत हो गया अब सम्भालो कन्हैया
सम्भालो कन्हैया, सम्भालो कन्हैया, बचालो कन्हैया
दरिया दुखों की में नैया चलाना
कितना मुश्किल है प्रभु हमने ये जाना
दरिया सुखों की बहा दो कन्हैया
बहुत हो गया.........
नहीं जग से आशा ना परवाह किसी की
अगर तूं है साथी तो ना चाहत किसी की
मुझे अपना साथी बना लो कन्हैया
बहुत हो गया.........
खुशियों से भर दो मेरा श्याम दामन
हरो पाप सारे करो मुझको पावन
नंदू गले से लगा लो कन्हैया
बहुत हो गया........