चलो चलो झूम के चलो चलो शिर्डी धाम,
करते चलो सभी जय साईं राम,
जय साईं राम बोलो जय साईं राम,
उसकी दया से बिगड़ी बनती एसा है शिरडी वाला,
दर्शन होंगे उसको जो हो किस्मत वाला,
उसकी की मर्जी जब होती है पतझड़ में कलियाँ खिलती है,
छोड़े रे छोड़े छोड़ो सब काम,
चलो चलो झूम के चलो चलो शिर्डी धाम
मन को लगा ले साईं शरण में पाप तेरे कट जायेगे,
आयेगी जब तुझपे भी विपतियाँ साईं दोड़े आयेगे,
उसके नाम की लगन लगी है इसकी शिर्डी सुख से सजी है,
जपते चलो रे साईं नाम,चलो चलो झूम के चलो चलो शिर्डी धाम,
उसके दर पर जो भी जाता,
उसकी झोली भर जाती है,
दिल में वसा है मेरा साईं याद मुझे उसकी आती है,
सूरज को अपना ले साईं दिल से मुझे लगा ले साईं,
जपते रहे गे सुबहो शाम,
चलो चलो झूम के चलो चलो शिर्डी धाम