दर दर पे भटकना छोड़ दे तू,
इक दर से ही रिश्ता जोड़ ले तू,
बदले गा खेल तकदीर गा,
तू हो कर देख फ़कीर का
श्रद्धा सबुरी का पालन कर तू साई की चौकठ आया कर,
जैसे राखे मर्जी उसकी सुख दुःख हास्के अपनाया कर,
हर मुश्किल तेरी हरे गा वो,
खुशियों ये झोली भरे गा वो बदले गा खेल तकदीर का,
तू हो कर देख फ़कीर का.......
इस परम् भिभूति संत का तू मन के मंदिर में डेरा कर,
दिन फेरे गे साई बाबा तू उनकी माला फेरा कर,
तेरा बनके साया चलेगे वो तेरा भी भला करे गे वो,
बदले गा खेल तकदीर का,
तू हो कर देख फ़कीर का.........
यही गीता यही कुरान मेरा,
मेरा साई ही है भगवान मेरा,
यही जप तप है यही पूजन है यही यग है यही ध्यान मेरा,
इन के पीछे ही जीवन है,
सब कुछ इनको ही अर्पण है,
तू हो कर देख फ़कीर का
यही मालिक है आखिर का,
मैं हो गया साई फ़कीर का,
तू हो कर देख फ़कीर का