बरसाने मच गया शोर आज प्रगट भई राधा रानी,
मेरा मन का नाचे मोर आज प्रगट भई राधा रानी,
उची अटारी इसी सजी है शोभा वर्णी न जाए,
फ़ौरन बन्ध वार बने कूचे पे ध्वजा फेहराये,
फिर वाजन लागे ढोल आज प्रगट भई राधा रानी,
बरसाने मच गया शोर.....
गोपी आये ग्वाले आये देने को विधाई,
ऐसी लाली और नहीं देखि सब मिल कर वडाई,
फिर नाचन लागे जोर,आज प्रगट भई राधा रानी,
बरसाने मच गया शोर........
नन्द संग नन्द रानी आये गोद में लिए कन्हाई,
बाती बात में बात करि लल्ला की करो सगाई,
सुन भानु हरषाइयो ,आज प्रगट भई राधा रानी,
बरसाने मच गया शोर........
धन्य कोख कीरत रानी की जाने लाली जाइ,
चिर जीवो वृषवान दुलारी जन्म हुआ सुखदाई,
ब्रिज मंगल हो गई बोर ,आज प्रगट भई राधा रानी,
बरसाने मच गया शोर........