आओ आओ जी पधारो बाबा श्याम,
भुलावे थारा टाबरियां,
पलके विशायी राह मे थारी बेगा सा जाओ,
थारे दर्श की प्यासी आखा इनकी प्यास भुजाओ,
माहरे हिवड़े ने मिल जावे जो आराम भुलावे थारा टाबरियां,
ओ आओ जी पधारो बाबा श्याम
चोखा भजन सुनावे गा जो थारे मन में भावे,
भाव भरे भजनो से थारो जी राजी हो जावे,
इब तो आ ही जावो माहरा सुख धाम भुलावे थारा टाबरियां,
ओ आओ जी पधारो बाबा श्याम....
हे रंग रसिया हे मन बसियां बात रख लो माहरी,
बिनु बोले ताहरी माहरी प्रेम की रिश्ते दारी,
बाबा प्रेम निभाहनो तहरो पहले काम भुलावे थारा टाबरियां,
ओ आओ जी पधारो बाबा श्याम....