मैं तो खाटू वाले का दिल से गुलाम हो गया,
इनके कर्म से मेरा दुनिया में नाम हो गया,
मैं तो खाटू वाले का दिल से गुलाम हो गया,
हा सच्ची सरकार है श्याम दुखियो के गम खार है श्याम,
खाली झोली बरते है सब पे कर्म वो करते है,
जब भी पुकारा मैंने पल में इंतजाम हो गया,
मैं तो खाटू वाले का दिल से गुलाम हो गया,
रेहमत दर से बरसती है दुनिया दर्श को तरस ती है,
मारा मारा फिरता था गिरता कभी सम्बल ता था,
इनकी शरण में आकर हर एक काम हो गया,
मैं तो खाटू वाले का दिल से गुलाम हो गया,
खाटू नगरियां प्यारी है स्वर्ग से सूंदर न्यारी है,
हर ग्यारस पर जाता हु मस्त मलंग हो जाता हु,
चरणों में श्याम जी के मेरा भी परनाम हो गया,
मैं तो खाटू वाले का दिल से गुलाम हो गया,