माता तेरे चरणों में हर सुख जीवन का पाया है।
दौड़ी आई है तू दिल से जब-जब तुझे बुलाया है।
वेद-पुराणों ने तो माता तेरे ही गुण गाये हैं,
नारद जी की वीणा ने भी तेरे गीत सुनाये हैं।
तेरी ही महिमा ने धरती का उपवन महकाया है,
माता तेरे चरणों में हर सुख जीवन का पाया है।
ऊँचे पर्वत रहनेवाली, तेरी शान निराली है,
तू ममता की मूरत, करती भक्तों की रखवाली है।
तेरी लीला तू ही जाने, दुनिया तेरी माया है,
माता तेरे चरणों में हर सुख जीवन का पाया है।
सबकी सुनती है तू माता, बिगड़ी बात बनाती है,
सिर ऊँचाकर जीना मैया, तू ही तो सिखलाती है।
सोई थी मेरी किस्मत, माँ तूने उसे जगाया है,
माता तेरे चरणों में हर सुख जीवन का पाया है।