आज नहीं तो कल मुझको तू,
अपने द्वार भुलायेगी,
माँ अपनी बेटी की तुझको याद कभी तो आयेगी,
आयेगी आयेगी तेरी भी भारी आयेगी,
दूर तेरे महलो से दाती छोटा सा घर मेरा है,
रख लेगी तू मान मेरा मुझे भरोसा तेरा है,
तेरे कानो तक मेरी आवाज कभी तो जाएगी,
माँ अपनी बेटी की तुझको याद कभी तो आयेगी,
होठो पे है नाम तेरा माँ आंख से आंसू बहते है,
मैं और मेरा मन हर पल इक दूजे से कहते है,
दूर बहुत दिन तक मुझसे माँ तू भी न रह पाएगी,
माँ अपनी बेटी की तुझको याद कभी तो आयेगी,