बस इतनी सी तनखा दो मेरा सुखी रहे परिवार,
देदो अपनी नौकरी शिर्डी के सरकार,
बस इतनी सी तनखा दो मेरा सुखी रहे परिवार,
तेरा एहसान होगा तेरा एहसान होगा,
यु तो लाख मुशीबत आये कही मांग ने नही जाते,
लेकिन तेरे दर पे बाबा मांग ने में न शर्मते आवे
तेरे दर पे शर्म ना आवे याहा मांगे सारा संसार,
देदो अपनी नौकरी शिर्डी के सरकार,
जितने भी है सेठ जगत में उनसे मांग के देते है,
जितने भी दातार जगत में उनसे मांग के देते है,
अपनी झोली फेला कर तुमसे ही तो लेते है,
हम भक्तो के खातिर खोल ले रे भण्डार,
देदो अपनी नौकरी शिर्डी के सरकार,
तेरी मर्जी सदा चली है चलती रहे गी हरदम,
तेरा साथ हम न छोडे चाहे हो ख़ुशी चाहे गम,
देदो अपने प्यार का हम को भी अधिकार,
देदो अपनी नौकरी शिर्डी के सरकार,