दीं दयालु बाबा मेरे आओ न आओ न,
आ कर मेरे संकट को मिटाओ न,
तुम आओ न तुम आओ न तुम आओ न साई राम,
आई शरण में तेरी हु और संकट से मैं गेरी हु,
बिगड़ी बना दो साई मेरे मैं जैसी भी हु तेरी हु
तेरे सिवा ओ साई मेरे दर्द ये कौन मिटाएगा ,
दीं दयालु बाबा मेरे आओ न आओ न,
भेजा तुम ने दुनिया में फिर क्यों मुख मुझसे फेरा है,
आन समबालो साई मेरे नहीं तेरे सिवा कोई मेरा है,
तू जो न अपनाएगा तो दास तेरा कहा जाएगा,
दीं दयालु बाबा मेरे आओ न आओ न,
कैसे तुझको भुलाऊ मैं साई जरिया जरा बता देना,
राखी अर्जी करती है साई दुखड़ा रिया का मिटा देना,
भाव मेरा रंग लायेगा साई दौड़ के आएगा,
दीं दयालु बाबा मेरे आओ न आओ न,