हमारे नाम की चिठ्ठी तुझे पहुंची नहीं है क्या,
किसी ने भी खबर तुझको हमारी दी नहीं है क्या,
यही उस में लिखा हमने के कैसे जी रहे है हम,
कभी तो देखले आकर हमारे दुःख हमारे गम,
तुझे चिंता हमारे हाल की होती नहीं है क्या,
हमारे नाम की चिठ्ठी तुझे पहुंची नहीं है क्या,
तेरी दुनिया में क्या क्या हो रहा है,
कुछ पता भी है हमेशा ही बुराई से भलाई हार जाती है,
तेरे हाथो में इस संसार की डोरी नहीं है क्या,
हमारे नाम की चिठ्ठी तुझे पहुंची नहीं है क्या,
भरम के नाम पर पाखंड है लालच है चोरी है,
यहाँ देखो वही पर है छिलवा सीना चोरी है,
भला साहिल के जैसो का कही कोई नहीं है क्या,
हमारे नाम की चिठ्ठी तुझे पहुंची नहीं है क्या,