जो मैया की सेवा करते मैया करे निहाल,
माँ कालका के लाल बेमिसाल बेमिसाल बेमिसाल,
सच्चा है दरबार माई का मन पावन शृंगार माई का,
सोने के गहनों से सजी माँ अरे लगती बड़ी कमाल,
माँ कालका के लाल बेमिसाल बेमिसाल बेमिसाल,
अरावली पर्वत पर डेरा,
दसो दिशाओ राज है तेरा,
सच्चे मन से आने वाले होते मालो माल.
माँ कालका के लाल बेमिसाल बेमिसाल बेमिसाल,
अशवन चेत नवराते आये,
भक्त माई की ज्योत जगाये
विक्की ारदानु मियां के सागर जैसे लांग,
बड़े दुलारे लांग,
माँ कालका के लाल बेमिसाल बेमिसाल बेमिसाल,