जो जगदा सारी रात मैया के जगराते में,
सिंह सवारी शेरा वाली भक्तो की है जो रखवाली,
वो दे खुशियों की बरसात मैया के जगराते में,
तेरी किरपा जिस पे होती पत्थर भी बन जाते मोती,
ढोलक ताल मंजीरा भाजे दोनों हाथ से ताली भाजे,
ज्योत जगे सारी रात मैया के जगराते में,
इस के दर जो आया सवाली भर देती माँ झोली खाली,
उचे पर्वत रहने वाली दुखड़े सबके हरने वाली,
मिले खुशियों की सौगात
ज्योत जगे सारी रात मैया के जगराते में,
सूंदर तेरा भवन है प्यारा सारे जग से है ये न्यारा,
चरणों में है ये जग सारा माँ के नाम का दे जैकारा,
बोलो तुम भी मेरे साथ मैया के जगराते में,
ज्योत जगे सारी रात मैया के जगराते में,