साई का वचन है साई राम कहाये,
जाई विधि राखे साई ताहि विधि रहिये,
दुर्जन का संग छोड़ सत्संग करिये,
जो भी मिले उसको साई साई कहिये,
ॐ साई श्री साई जय जय साई कहिये,
जाई विधि राखे साई ताहि विधि रहिये,
साई की फकीरी शान पहचान है,
साई भगवन है साई दया वान है
साई चरनन में सिर को झुकाइये,
जाई विधि राखे साई ताहि विधि रहिये,
शिव के अवतारी है अल्लाह के नूर है,
जो भी मांगे साई से मिलता जरूर है,
खाली न जाए कोई शिरडी में आये,
जाई विधि राखे साई ताहि विधि रहिये,
साई संकट हारी वो कपनी धारी,
ब्रिज के बिहारी है बंसी धारी,
साई नाम की लूट है साई नाम लूटिये,
जाई विधि राखे साई ताहि विधि रहिये,
आशा रखो साई से दूजी आशा छोड़ो,
नाता रखो साई से दूजा नाता तोड़ो,
ॐ साई श्री साई कहाये,
जाई विधि राखे साई ताहि विधि रहिये,