मन मंदिर है द्वारका माई,
जिसमे रहते है बाबा साई,
साई साई तू बोल मन मंदिर तू खोल,
तुझे मिल जायेगे राम साई,
तन है तेरा शिरडी गांव साई सत्संग है नीम की छाँव,
प्रेम सब से करो साई ध्यान धरो साई बाबा की है सौगात,
इक हाथ है श्रद्धा सबुरी दूजा तेरा हाथ,
मन मंदिर है द्वारका माई....
तू ना माने कोई जात पात,
हिन्दू हो जा मुसलमान साई रखते सबका मान,
साई की फकीरी है शान,
वही राम रेहमान भक्तो तुम लो जान
मन मंदिर है द्वारका माई