हमपे रेहम करना हमपे रेहम करना,
इंसानियत की राह पे हमको हर पल है चला,
हमपे रेहम करना हमपे रेहम करना,
मेरे साई मेरे साई
हम एक हो और नेक हो मत भेद हो न कोई,
बांटे ख़ुशी हम हर घडी सन्देश दे बस यही,
दया दृष्टि तू करना सब पे बस यही है कहना,
हमपे रेहम करना हमपे रेहम करना,
भगतु जो मैं पथ से कभी लेना पकड़ हाथ तू,
चाहे राहु जिस हाल में मेरा देना साथ तू
तेरे सहारे तर न साई जीना ही क्या मरना,
हमपे रेहम करना हमपे रेहम करना,