गुरु मात पिता गुरु बंधू सखा,
तेरे चरणों में स्वामी मेरा कोटि परनाम,
प्रीतम हो तुम्ही प्राण नाथ तुम्ही,
तेरे चरणों में स्वामी मेरा कोटि परनाम,
तुम्ही भक्ति हो तुम ही शक्ति हो,
तुम्ही मुक्ति हो मेरे शम्ब शिवा,
गुरु मात पिता गुरु बंधू सखा,
तेरे चरणों में स्वामी मेरा कोटि परनाम,
तुम ही परेणा तुम ही साधना,
तुम ही आराधना मेरे संब शिवा,
गुरु मात पिता गुरु बंधू सखा,
तेरे चरणों में स्वामी मेरा कोटि परनाम,
तुम ही प्रेम हो तुम ही करुणा हो,
तुम ही मोक्ष हो मेरे संब शिवा,
प्रीतम तुम ही हिरदये नाथ तुम ही,
तेरे चरणों में स्वामी मेरा कोटि परनाम,