बाबा श्याम खाटू धाम मने भी भुलालो जी,
मैं भी तो बालक हु थारो सेवा में लगा लो जी
चर्चा बड़ी है थारी चारो दिशाओ में,
नूर थारो कण कण में है खुशबु हवाओ में,
चरना में पड़ो रहु मैं चाकर थे बना लो जी ,
मैं भी तो बालक हु थारो सेवा में लगा लो जी
चाँद तारे सूरज सारे थारे दम से चमके,
भगता ऋ फुलवारी थारी किरपा से महके,
घडी दो घडी ही सही नैना तो मिला लो जी,
मैं भी तो बालक हु थारो सेवा में लगा लो जी
पार लगाओ नैया माहरी माझी बन जाओ थे,
मोहित ऋ मनु हार बाबा दुखड़ा मिटाओ से,
चोखानी नादान शयम थोड़ो तो निभा लो जी,
मैं भी तो बालक हु थारो सेवा में लगा लो जी