समय ही हसाये समय ही रुलाय,
समय ने समय को ये क्या दिन दिखाए,
समय रूठ जाए तो सब छूट जाए,
समय ही हसाये समय ही रुलाय
ये समय हर समय रंग बदल ता रहे,
हर घडी ये नै चाल चलता रहे,
ये समय हर समय रंग बदल ता रहे,
समय ने ही कान्हा को ग्वाला बनाया,
समय ने ही वन वन राम जी घुमाये.
समय ही हसाये समय ही रुलाय
जब समय था सही लोग मिलते कई,
ये समय का फिर हर नजर फिर गई,
जिन्हे ज़िंदगी भर हमने हस्या,
वो आंसू हमारे सुखाने ना आये,
समय ही हसाये समय ही रुलाय
इस समय से बड़ा पारस तू भी नहीं,
इस समय पे किसी का वस् नहीं,
ये सच्चे वचन मेरे साई ने सुनाये समय का ये पंक्षी लौट के ना आये,.
समय ही हसाये समय ही रुलाय