ओ खाटू वाले मेरे श्याम बिहारी क्यों देर लगाईं
ओ खाटू वाले श्याम बिहारी ..............
कब से निखारूं तेरी राह बिहारी क्यों देर लगाईं
ओ खाटू वाले श्याम बिहारी ..............
मेरी ये आस बाबा टूट ना जाए .....टूट न जाए
देर हुई तो साँसें छूट ना जाएँ ......छूट ना जाएँ
दर्श दिखा दो बाबा श्याम बिहारी क्यों देर लगाईं
ओ खाटू वाले श्याम बिहारी ..............
नाव भवर में अटकी पार लगा दो .....पार लगा दो
पंकज है दास तेरा बिगड़ी बना दो ....बिगड़ी बना दो
अब तो पधारो बाबा श्याम बिहारी क्यों देर लगाईं
ओ खाटू वाले श्याम बिहारी ..............