शेरावाली मेरी बिगड़ी बना दोगी तो क्या होगा,
भटकों को राह दिखा दो गी तो क्या होगा,
सुना है माँ और बेटे का भरोसा प्यार होता है,
अब इन की ममता के आंचल में बिठा लोगी तो क्या होगा,
शेरावाली मेरी बिगड़ी बना दोगी तो क्या होगा,
जो भी माँ के घर में आता है वो झोलियाँ भर के जाता है,
शेरावाली सब की झोली तो भर दोगी तो क्या होगा,
शेरावाली मेरी बिगड़ी बना दोगी तो क्या होगा,
तेरे दरबार में दाती बिगड़ते काम बनते है,
मेरा बिगड़ा मुकदर माँ बन दोगी तो क्या होगा,
शेरावाली मेरी बिगड़ी बना दोगी तो क्या होगा,