सब तो पहला ज्योत जगा के माँ दे चरनी शीश झुका के,
श्रद्धा नाल गणेश मना के,टिल फूल भेटा गाइये,
सारे रल मिल के जय माँ जय माँ कहिये,
सोहना माँ दा रूप निराला मुख सोहने दा गल विच माला,
धान हो जन्दा देखन वाला पीछे काह्नु खड़िये
सारे रल मिल के जय माँ जय माँ कहिये,
माँ मेरी दे दर जो आवे,
मुहो मंग मुरादा पावे,
मैया जी मेहरा बरसावे आजो झोली भरिये,
सारे रल मिल के जय माँ जय माँ कहिये,
दाती कर के शेर सवारी आई जागे विच माँ प्यारी,
संगता न जांदी है तारी माँ के दर्शन करिये,
सारे रल मिल के जय माँ जय माँ कहिये,
माँ दी महिमा लिखने वाला सत्ता जी दा पिंड लेग्याना,
तुसी किरण दा साथ निभाना आजो चोंकि भरिये,
सारे रल मिल के जय माँ जय माँ कहिये,