अपनी जन्नत को खुदा के लिए दोज़क न बना,
अपने माँ बाप का तू दिल ना दुखा दिल ना दुखा,
मेरे मालिक मेरे रामा मेरे मौला ने कहा,
अपने माँ बाप का तू दिल ना दुखा दिल ना दुखा,
बाप के प्यार से अच्छी कोई दौलत क्या है,
माँ का आँचल जो सलामत है तो जन्नत क्या है,
ये है राजी तो नबी राजी है खुदा,
अपने माँ बाप का तू दिल ना दुखा दिल ना दुखा,
इनकी ममता ने बहरहाल संभाला तुझको,
किस कदर प्यार से मान बाप ने पाला तुझको,
खूने दिल दूध की सूरत में पिलाया तुझको,
खुद रहे भुखे दिया मुँह का निवाला तुझको ,
रहमते मौला से कुछ काम नहीं साया इनका,
अपने माँ बाप का तू दिल ना दुखा - दिल ना दुखा,
हर मुसीबत से बचाया ये करम है के नहीं,
बोलना तुझको सिखाया ये करम है के नहीं,
तुझको इंसान बनाया तुझे तालीम भी दी ,
कभी देखी ही नहीं इनकी मोहबत में कमी,
कैसे पाला तुझे माँ बाप ने क्या तुझको पता,
अपने माँ बाप का तू दिल ना दुखा - दिल ना दुखा,
इनकी चाहत की बदौलत है कहानी तेरी ,
इनकी कुर्बानी का सदका है जवानी है तेरी,
देख कर तेरी जवानी को ये मशरुर हुए ,
जो किये फैसले तूने इन्हे मंजूर हुए ,
अपनी आवाज को नादान तू पत्थर ना बना ,
अपने माँ बाप का तू दिल ना दुखा दिल ना दुखा,
तेरे माँ बाप ने शादी भी रचाई तेरी ,
किस कदर धूम से बारात सजाई तेरी,
बीवी के आते ही चलने लगी नफरत की हवा,
तुझको बर्बाद ना कर दे ये अदावत की हवा ,
यूँ गुन्हेगार ना बन खुद को गुनाहों से बचा ,
अपने माँ बाप का तू दिल ना दुखा - दिल ना दुखा,
बूढ़े माँ बाप को घर से जो निकाला तूने ,
कर लिया अपने मुकद्दर को भी काला तूने,
जिसने की तुझसे वफ़ा उनको सताने वाले ,
कल तेरे नाम पे थूकेंगे ज़माने वाले ,
काम आती है बुरे वक्त में इनकी ही दुआ ,
अपने माँ बाप का तू दिल ना दुखा दिल ना दुखा,
Uploaded By - अमित कुमार शर्मा