बैठे सज धज के बाबा और मंद मंद मुसकाएँ,
आओ नज़र उतारें बाबा की, भक्तों की नज़र ना लग जाए,
बैठे सज धज के बाबा और मंद मंद मुसकाएँ,
कोई काजल डिब्बी ले आओ, साईं को टीका लगा जाओ,
ऐसे सुंदर – सुंदर मुखड़े को, शीशे की नज़र ना लग जाए,
बैठे सज धज के बाबा और मंद मंद मुसकाएँ
साईं का मुखड़ा भोला है, कफ़नी में चंदा लिपटा है,
ऐसे प्यारे प्यारे मुखड़े को, चंदा की नज़र ना लग जाए,
बैठे सज धज के बाबा और मंद मंद मुसकाएँ,
गिन गिन के पग जब रखते है, पैरों में घुंगरू बजते है,
तेरे सुंदर – सुंदर पैरों को, घुंगरू की नज़र ना लग जाए,
बैठे सज धज के बाबा और मंद मंद मुसकाएँ,
आओ नज़र उतारें बाबा की, भक्तों की नज़र ना लग जाए,
बैठे सज धज के बाबा और मंद मंद मुसकाएँ।