साई तूने शिरडी बुलाया है,
तब से ये मन ललचाया है,
साई तूने शिरडी बुलाया है,
तब से ये मन ललचाया है,
सोच रहे थे कबसे,
दर्शन को थे तरसे,
चातक नैनो के,
तेरे बिन साईराम,
तेरे बिन साईराम....
साई तूने शिरडी बुलाया है,
तब से ये मन ललचाया है,
साई तूने शिरडी बुलाया है,
तब से ये मन ललचाया है,
सोच रहे थे कबसे,
दर्शन को थे तरसे,
चातक नैनो के,
तेरे बिन साईराम,
तेरे बिन साईराम....
चल रे जाये,
हे मनवा साई के धाम,
रट ले रट ले हे रस ने साई का नाम,
चल रे जाये,
हे मनवा साई के धाम,
रट ले रट ले हे रस ने साई का नाम,
अब एक पल भी बितायी ना जाये,
तन मन की हालत छुपाई ना जाये,
अरमां के पंछी पर जो ना होते,
उड़ कैसे पाते,
तेरे बिन साईराम,
तेरे बिन साईराम....
अब है जल्दी हमे चलना तुझे मिलने,
ना रुकना है कहीं हमको कहा दिल ने,
हो अब है जल्दी हमे चलना तुझे मिलने,
ना रुकना है कहीं हमको कहा दिल ने,
अब दाना तब तलक नहीं लेंगे,
जब तक साई की झलक नहीं लेंगे,
हम आज है जो वो तेरे कारण,
वरना क्या होता,
तेरे बिन साईराम,
तेरे बिन साईराम.....
साई तूने शिरडी बुलाया है,
तब से ये मन ललचाया है,
साई तूने शिरडी बुलाया है,
तब से ये मन ललचाया है,
सोच रहे थे कबसे,
दर्शन को थे तरसे,
चातक नैनो के,
तेरे बिन साईराम,
तेरे बिन साईराम....