ये गणतंत्र दिवस है प्यारा इसे मनाऊ रे,
सब से पावन पर्व हमारा इसे मनाऊ रे,
सूंदर चमन है सो सो नमन है शीश झुकाओ रे,
ये गणतंत्र दिवस है प्यारा इसे मनाऊ रे,
वीरो ने जान गवा के हम को ये दिन दिखलाया,
फांसी की तखत पर चढ़ के वंदे मातरम गाया,
कितना रंगीला कितना सजीला बलि बलि जाऊ रे,
ये गणतंत्र दिवस है प्यारा इसे मनाऊ रे,
आया ये पर्व ख़ुशी का तब सविधान भी महका,
पा कर ये खुशाली सब का मन था चेहका,
ऐसा सृजन है दुनिया मगन है की मैं भी गाउ रे,
ये गणतंत्र दिवस है प्यारा इसे मनाऊ रे,
आउ सभी जय बोले मिल कर भारत माँ की,
अंजू देवेंदर सजाये देश की सूंदर झांकी,
ये ईश्वर है हर मजहब है मैं इतराओ रे,
ये गणतंत्र दिवस है प्यारा इसे मनाऊ रे,