मेरी खुशियों का नही है ठिकाना के मेरे हनुमान आये है,
मुझे खुशियों का देने नजराना के मेरे हनुमान आये है,
लेके सिया राम आये है
चन्दन की चोंकी मैं सजाऊ तेल सिंधुर का चोला चड़ाउ,
फूलो की माला पहनाकर लड्डू चूरमा भोग लगाऊ,
ज़रा पूजा की थाली सजाना के मेरे हनुमान आये है,
मेरी खुशियों का नही है ठिकाना.....
नाचे मन हो कर मतवाला मुझसा न कोई किस्मत वाला,
मेरे घर आया है देखो बाबा मेरा बजरंग बाला,
मन झूम के गाये तिराना के मेरे हनुमान आये है,
मेरी खुशियों का नही है ठिकाना.....
झोली खुशियों से भर देगे काम सभी पुरे कर देंदे,
कामना दिल में जो है सबके आज सभी पूरी कर देंगे,
मैं नाचूगा बनके दीवाना के मेरे हनुमान आये है,
मेरी खुशियों का नही है ठिकाना.....