कुछ दो या ना दो श्याम, इस अपने दीवाने को
दो आँसुं तो दे-दे, चरणों में बहाने को
नरसी ने बहाये थे, मीरा ने बहाये थे
हो जी हो
नरसी ने बहाये थे, मीरा ने बहाये थे
जब-जब भी कोई रोया, तुम दौड़ के आये थे
काफी है दो बुँदे, घनश्याम रिझाने को
दो आँसुं तो दे-दे, चरणों में बहाने को
आँसुं वो खजाना है, किस्मत से मिलता है
हो जी हो
आँसुं वो खजाना है, किस्मत से मिलता है
इनके बह जाने से, मेरा श्याम पिघलता है
करुणा का तुं सागर है, अब छोड़ बहाने को
दो आँसुं तो दे-दे, चरणों में बहाने को
दुःख में बह जाते हैं, खुशियों में जरुरी हैं
हो जी हो
आंसू के बिना 'राजू', हर बात अधूरी हैं
पूरा करते आँसुं, हर इक हर्जाने को
दो आँसुं तो दे-दे, चरणों में बहाने को
कुछ दो या ना दो श्याम, इस अपने दीवाने को
दो आँसुं तो दे-दे, चरणों में बहाने को